Best 100+ New Barish Shayari in Hindi
Barish Shayari in Hindi: बारिश की पहली बूंदें जब धरती पर गिरती हैं, तो मानो जिंदगी का नया संदेश लेकर आती हैं। इन नमीभरे लम्हों में महसूस होती है मिट्टी की खुशबू, ठंडी हवा की फुहारें और दिल को छू जाती उनकी बातें, जो सिर्फ बरसात के मौसम में ही महसूस की जा सकती हैं। बारिश का जादू न सिर्फ मौसम को खूबसूरत बनाता है, बल्कि हमारी रूह को भी तरोताजा कर देता है।
इस प्यारे मौसम की मोहक शायरी ऐसी ही भावनाओं को शब्दों में पिरोने का प्रयास है, जो हर दिल को अपने रंग में रंग ले। तो चलिए, इस पोस्ट में हम बारिश की रुमानी शायरी की दुनिया में खो जाते हैं, जहां हर कतरा प्यार का परिच कराता है।
Barish Shayari
बाहर आकर देखिए बारिश का नजारा
हवा है ठंडी और मौसम भी है प्यारा !
दूर तक छाए थे बादल और कहीं साया न था
इस तरह बरसात का मौसम कभी आया न था !
बारिश का मौसम मुझे इसीलिए भाता है
अंदर और बाहर का मौसम एक सा हो जाता है !
कहीं फिसल न जाऊं तेरे ख्यालों में चलते चलते
अपनी यादों को रोको मेरे शहर में बारिश हो रही है !
हवा भी रूक जाती है कहने को कुछ तराने
बारिश की बूंदे भी उसे छूने को करती है बहाने !
Shayari on Barish
आज मौसम कितना खुशगवार हो गया
ख़तम सभी का इंतजार हो गया
बारिश की बूंदे गिरी कुछ इस तरह से
लगा जैसे आसमां को ज़मीं से प्यार हो गया !
बारिश और मोहब्बत दोनों ही यादगार होते हे
बारिश में जिस्म भीगता हे और मोहब्बत में आँखे !
तेरी यादों की बारिश में भीगते हैं हम
हर बूँद में तेरा अक्स देखते हैं हम
ये मौसम, ये बारिश, तेरी याद दिलाए
हर पल में तुझसे मिलने की चाहत जगाए !
बारिश की बूंदें जब जमीं पे गिरें
हर बूँद में सजें, सपनों के घिरे
इस मौसम की मिठास, दिल को भाए
हर धड़कन में नई उमंग जगाए !
कभी झमझम बरसी, कभी छम छम सी है
न जाने क्यों इस बारिस की भी आदत बस तुम सी है !
Gulzar Barish Shayari
खुद भी रोता है मुझे भी रुलादेता है
ये बारिश का मौसम उसकी याद दिला देता है !
बारिश से ज़्यादा तासीर है तेरी यादों मे
हम अक्सर बंद कमरे मे भी भीग जाते हैं !
उस ने बारिश में भी खिड़की खोल के देखा नहीं
भीगने वालों को कल क्या क्या परेशानी हुई !
कोई तो बारिश ऐसी हो जो तेरे साथ बरसे
तन्हा तो मेरी आँखें हर रोज़ बरसाती है !
कोई इस तरह भी वाकिफ हो मेरी जिंदगी से
की मैं बारिश में भी रोऊँ और वो मेरे आँसूं पढ़ ले !
Barish Romantic Shayari
रिमझिम फुहारों में दिल की बात हो
तेरे साथ बिताए वो हसीन रात हो
हर बूंद में महसूस हो तेरी मौजूदगी
इस बारिश में बस प्यार की बरसात हो !
सांस बन कर तुम मेरे दिल में समा जाते हो
जब भी तुम्हे याद करता हूं बरसात बन के आ जाते हो !
मुझे ऐसा ही जिन्दगी का हर एक पल चाहिए
प्यार से भरी बारिश और संग तुम चाहिए !
तेरे प्रेम की बारिश हो, मैं जलमग्न हो जाऊं
तुम घटा बन चली आओ, मैं बादल बन जाऊं !
सुनी निगाहों में जब तुम समाए हो तो
मौसम का हसीन होना लाज़मी है !
Barish Shayari in Hindi
गुजारिश करता हूं कि उससे अकेले में मुलाकात हो
ख्वाहिश ए दिल है जब भी हो बरसात हो !
किस मुँह से इल्ज़ाम लगाएं बारिश की बौछारों पर
हमने ख़ुद तस्वीर बनाई थी मिट्टी की दीवारों पर !
सावन के महीने में भीगे थे हम साथ में
अब बिन मौसम भीग रहे है तेरी याद में !
उफ्फ फिर ये बरसात की रात आई है
ख्वाबों में उसकी फिर से याद आई है !
तमाम रात नहाया था शहर बारिश में
वो रंग उतर ही गए जो उतरने वाले थे !
Barish Shayari Love
भीगा रही है बारिशें इश्क़ में मुझे
ये मौसम दुआओं सा कहीं बदल न जाए !
मौसम-ए-इश्क़ है तू एक कहानी बन के आ
मेरे रू को भिगो दें जो तू वो पानी बन के आ !
ख़ुद को इतना भी न बचाया कर
बारिश हुआ करे तो भीग जाया कर !
सारे इत्रों की खुशबू आज मन्द पड़ गयी
मिट्टी में बारिश की बूंदे जो चंद पड़ गयी !
साथ तुम होते अगर तो बारिशों में भीगते यानी
हम तुम मौसमों की साजिशों में भीगते !
Barish Ki Shayari
सुनो ये बादल जब भी बरसता है
मन तुझसे ही मिलने को तरसता है !
कभी भीगते थे संग तेरे हम सावन की रिमझिम बारिश में
आज अकेला ही भीगता हूँ मैं अपने आंसुओं की बारिश में !
आंखों की नमी थी या बारिश की बूंदे
बरसात में सब एक जैसी हो गयी !
मजबूरियाँ ओढ़ के निकलता हूँ घर से आजकल
वरना शौक तो आज भी है बारिशो में भीगने का !
बूँदों की सरगम, हवाओं का गीत
बारिश में खो जाए दिल की हर प्रीत
हर बूंद कहे एक नई कहानी
बारिश में बिखरे, दिल की रवानी !
Barish Par Shayari
कोई रंग नहीं होता बारिश के पानी में
फिर भी फ़िज़ा को रंगीन बना देता है !
पहले बारिश होती थी तो याद आते थे
अब जब याद आते हो बारिश होती है !
बे मौसम बरसात से अंदाज़ा लगता हूँ मैं
फिर किसी मासूम का दिल टुटा है मौसम-ए-बहार में !
हम भीगते है जिस तरह से तेरी यादों में डूब कर
इस बारिश में कहाँ वो कशिश तेरे खयालों जैसी !
बारिश आए ना आए भीगते ही रहते है हम
जब जमकर बरसती है तेरी यादें !
Barish Sad Shayari
किया न करो मुझसे इश्क़ की बाते
बिन बारिश के ही भीग जाती हैं राते !
मैं तेरे हिज्र की बरसात में कब तक भीगूँ
ऐसे मौसम में तो दीवारे भी गिर जाती हैं !
जब बारिश की बूंदें तुम्हारी यादों के साथ गिरती हैं
तो दिल में तन्हाई की आहट सी सुनाई देती है !
गम- ए- बारिशे इसलिए नहीं कि तुम चले गए
बल्कि इसलिए कि हम खुद को भूल गए !
मैं वो सहरा जिसे पानी की हवस ले डूबी
तू वो बादल जो कभी टूट के बरसा ही नहीं !
Barish Shayari 2 Line
ये बारिश का मौसम भी फीका सा लगता है
तुम बिन ये सावन भी अधूरा सा लगता है !
कभी बेपनाह सी पड़ी कभी गुम सी है
यह बारिश भी कुछ कुछ तुम सी है !
बारिश की बूंदों में झलकती है तस्वीर उनकी और
हम उनसे मिलने की चाहत में भीग जाते हैं !
इस बारिश के मौसम में अजीब सी कशिश है
ना चाहते हुए भी कोई शिदत से याद आता है !
टूट पड़ती थीं घटाएँ जिन की आँखें देख कर
वो भरी बरसात में तरसे हैं पानी के लिए !
Dosti Barish Shayari
ए बादल इतना बरस की नफ़रतें धुल जायें
इंसानियत तरस गयी है प्यार पाने के लिये !
खो जाती है बारिश में दोस्ती की बातें
मौसम भी सुनता है उनकी मिसाले !
जब भी बरसात होती है, मेरा दोस्त का साथ होता है
इन यादों की किताब में बस तेरा ही नाम लिखा होता है !
बारिश में भीगते सपने और दोस्ती की हँसी
जीवन को महकाती है हर पल ये खुशी !
बारिश की बूंदें जैसे दोस्त की यादें
मुस्कुराहट लेकर दिल में उतर जाती हैं !
Pehli Barish Shayari
जब भी होगी पहली बारिश,तुमको सामने पाएंगे
वो बूंदों से भरा चेहरा तुम्हारा हम देख तो पाएंगे !
पहली बारिश में भीग कर ही दिल ये मुस्कुराता है
तेरी यादों का कारवां फिर से जागरूक हो जाता है !
जब पहली बारिश होती है, मन भीग उठता है
तेरी उस मुस्कान का ये प्यारा रिश्ता बनता है !
सेहमी हुई है झोपड़ी बारिश की ख़ौफ़ से
महलों की आरज़ू है की बरसात तेज़ हो !
तन्हा हैं सफ़र में हम खोने से नहीं डरते
जो भीगे हुए हैं वो बारिश से नहीं डरते !
Chai Aur Barish Shayari
यह ठंडी हवाएं और याद तेरी
एक कप चाय और तन्हाई मेरी !
कहाँ मिलते हैं ऐसे मोसम सुहाने
बारिश, चाय और कुछ ख्यालात पुराने !
ये बारिश का मौसम और तुम्हारी याद
चलो फिर मिलते हैं एक कप चाय के साथ !
कहने को हैं जूडा जूडा मगर जचताय हैं एक साथ ही
बारिश, खिड़की, शायरी में, तुम और चाय !
हम जागते रहे दुनिया सोती रही
इक बारिश ही थी, जो मेरे साथ रोती रही !
Barish Shayari in English
Zara Thehro Ke Barish Hai Ye Tham Jaye to Phir Jana
Kisi Ka Tujh ko Chhu Lena Mujhe Acha Nahi Lagta.
Suno Ye Badal Jab Bhi Barasta Hai
Mann Tujhse Hee Milne Ko Tarasta Hai.
Rahane Do Ki Ab Tum Bhee Mujhe Padh Na Sakoge
Barasat Mein Kaagaz Kee Tarah Bheeg Gaya Hoon Main.
Gujarish Karta Hoon Ki Usase Akele Me Mulaqat Ho
Khwahish E Dil Hai Jab Bhi Ho Barsaat Ho.
Mujhe Maar Hi Na Dale in Badlon Ki Sazish
Ye Jb Se Baras Rahe Hain Tum Yaad Aa Rahe Ho.