Best 70+ Khamoshi Shayari in Hindi 2025
Khamoshi Shayari in Hindi: खामोशी, एक ऐसा अहसास है जो बिना कहे ही दिल की गहराइयों को छू जाता है। जब शब्दों की सीमाएँ खत्म हो जाती हैं, तब यह चुप्पी जज़्बातों का पत्र बन जाती है। कभी ये खामोशी दर्द की गूंज होती है, तो कभी प्यार की बेबसी की आवाज़। हर अनुभूति में एक कहानी छिपी होती है, और यही वह क्षण होते हैं जब दिल की धड़कनें बोल उठती हैं।
इस पोस्ट में हम आपके सामने लाए हैं कुछ खास खामोशी शायरी, जो आपके भीतर छिपे जज़्बातों को जागृत करेगी और आपको उन अनकहे लम्हों की लालसा में डुबो देगी। आइए, इन शब्दों के जरिए हम उस खामोशी की सुरीली दुनिया में कदम रखें, जहां बातें न होकर भावनाएँ अहसास के जरिए बयां होती हैं।
Khamoshi Shayari
ख़ामोश शहर की चीखती रातें
सब चुप हैं पर, कहने को है हजार बातें !!
ख़मोशी से मुसीबत और भी संगीन होती है
तड़प ऐ दिल तड़पने से ज़रा तस्कीन होती है !!
तुम खामोश हो पर तुम्हारा दिल बोल रहा है
तुम्हारे खामोश होने का हर राज खोल रहा है !!
तड़प रहे है हम तुमसे एक अल्फाज के लिए
तोड़ दो खामोशी हमें जिन्दा रखने के लिए !!
कैसे कह दूँ मैं सपनों को जीने की ख़्वाहिश नहीं
हाँ मैं ख़ामोश रहती हूँ पर मन ही मन बोलती हूँ !!
आप जिस चीज़ को कहते हैं कि बेहोशी है
वो दिमाग़ों में ज़रा देर की ख़ामोशी है !!
Khamoshi Shayari in Hindi
दर्द इतना है कि रहने लगा हूँ खामोश
इस बात का मुझे नहीं है कोई अफ़सोस !!
आंखों से बात करना कोई उनसे सीखे
खामोश रहकर भी बातें करना उनसे सीखे !!
मुस्कुराहट दिखी पर आँखों की नमी न दिखी
दिल दुखाने वालों को कभी अपनी कमी न दिखी !!
उसे बेचैन कर जाऊँगा मैं भी
ख़मोशी से गुज़र जाऊँगा मैं भी !!
जरूरी नहीं कि हर बात लफ़्ज़ों की गुलाम हो
ख़ामोशी भी खुद में इक जुबान होती है !!
जब ख़ामोश आखों से बात होती हैं
ऐसे ही मोहब्बत की शुरूआत होती हैं !!
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Rishte Khamoshi Shayari
गिला शिकवा ही कर डालो के कुछ वक़्त कट जाए
लबो पे आपके यह खामोशी अच्छी नहीं लगती !!
मोहब्बत नहीं थी तो एक बार समझाया तो होता
नादान दिल तेरी खामोशी को इश्क समझ बैठा !!
बहुत अलग सा है मेरे इश्क़ का हाल
तेरी एक ख़ामोशी और मेरे लाखों सवाल !!
तू खुश है अपनी जिंदगी में
मैं खुश हूं अपनी खामोशी में !!
लोग कहते है कि वो बड़ा सयाना है
उन्हें क्या पता खामोशी से उसका रिश्ता पुराना है !!
कैसे कह दूँ मैं सपनों को जीने की ख़्वाहिश नहीं
हाँ मैं ख़ामोश रहती हूँ पर मन ही मन बोलती हूँ !!
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Waqt Khamoshi Shayari
तेरा चुप रहना मेरे ज़हन में क्या बैठ गया
इतनी आवाज़ें तुझे दीं कि गला बैठ गया !!
चुभता तो बहुत कुछ हैं मुझे भी तीर की तरह
लेकिन खामोश रहता हूँ तेरी तस्वीर की तरह !!
दर्द हद से ज्यादा हो तो आवाज छीन लेती है
ऐ दोस्त कोई खामोशी बेवजह नहीं होती है !!
मेरी ख़ामोशी में सन्नाटा भी हैं और शोर भी हैं
तूने गौर से नहीं देखा, इन आखों में कुछ और भी हैं !!
उसने कुछ इस तरह से की बेवफाई
मेरे लबो को खामोशी ही रास आई !!
शब-ए-हिज्रां बुझा बैठी हूँ मैं सारे सितारे पर
कोई फ़ानूस रौशन है ख़मोशी से मेरे अंदर !!
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Heart Touching Khamoshi Shayari
ठंड के मौसम में उदासी अच्छी नहीं लगती
प्यार में प्रेमी की खामोशी अच्छी नहीं होती !!
अच्छा करते है वो लोग जो मोहब्बत का इज़हार नहीं करते
ख़ामोशी से मर जाते है मगर किसी को बदनाम नहीं करते !!
ख़ामोशी से जब तुम भर जाओगे
चीख लेना थोडा वरना मर जाओगे !!
सन्नाटा टूटने का समय आ गया है
अब हम खुद को बर्बाद करने आये हैं !!
कोई ख़ामोश ज़ख़्म लगती है
ज़िंदगी एक नज़्म लगती है !!
मेरे ख्यालों में वो रहती है
मुझे अपना वो कहती है
फिर भी कभी-कभी
वो खामोश रहती है !!
2 Line Khamoshi Shayari
बेपनाह प्यार है तुमसे, जीवन निसार है तुमपे
खामोश न रहो न तुम, ये सांसें चलती है तुमसे !!
ख़ामोश शहर की चीखती रातें
सब चुप हैं पर, कहने को है हजार बातें !!
उसने कुछ कहा भी नहीं और मेरी बात हो गई
बड़ी अच्छी तरह से उसकी खामोशी से मुलाक़ात हो गई !!
कैसी है ये मोहब्बत कैसा ये प्यार है
एक तरफ है ख़ामोशी एक तरफ इंतज़ार है !!
प्यार में बहुत कुछ सहना पड़ता है
कभी-कभी खामोश रहना पड़ता है !!
चुप रहो तो पूछता है ख़ैर है
लो ख़मोशी भी शिकायत हो गई !!
Shayari on Khamoshi
मेरी खामोशी थी जो सब कुछ सह गयी
उसकी यादे ही अब इस दिल में रह गयी !!
एक अरसे से ख़ामोश हैं ये निग़ाहें मेरी
बयाँ करें आँखों से ऐसा कुछ बचा ही नहीं !!
मुस्तक़िल बोलता ही रहता हूँ
कितना ख़ामोश हूँ मैं अंदर से !!
चुभता तो बहुत कुछ हैं मुझे भी तीर की तरह
लेकिन खामोश रहता हूँ तेरे साये की तरह !!
बहुत अलग सा है मेरे इश्क़ का हाल
तेरी एक ख़ामोशी और मेरे लाखों सवाल !!
वो है ख़ामोश तो यूँ लगता है
हम से रब रूठ गया हो जैसे !!
Khamoshi Par Shayari
खुशी है चेहरे पर दिल में खामोशी भरी है
याद में तेरे यह आंखें हर पल रो पड़ी है !!
दिल की धड़कने हमेशा कुछ-न-कुछ कहती हैं
कोई सुने या न सुने ये ख़ामोश नहीं रहती हैं !!
चलो अब जाने भी दो, क्या करोगे दास्ताँ सुनकर
ख़ामोशी तुम समझोगे नहीं, और बयाँ हम से होगा नहीं !!
दिल की बात कैसे समझाऊं
तेरी खामोशी कैसे मिटाऊं !!
मेरी खामोशी देखकर मुझसे ये जमाना बोला कि
तेरी संजीदगी बताती है तुझे हँसने का शोक था कभी !!
तेरी खामोशी, अगर तेरी मजबूरी है
तो रहने दे इश्क कौन सा जरूरी है !!
Khamoshi Alfaaz Shayari
जरा ख्याल की जिए मर न जाऊँ कहीँ
बहुत जहरीली है तेरी ख़ामोशी मैं पी न जाऊँ कहीँ !!
हुक्का ने खामोशी पर जोर दिया है
ऐसे होता है प्यार का इजहार !!
कभी ख़ामोश बैठोगे, कभी कुछ गुनगुनाओगे
हम उतना याद आयेंगे, जितना तुम हमें भुलाओगे !!
जब से ये अक्ल जवान हो गयी
तब से ख़ामोशी ही हमारी जुबान हो गयी !!
मैंने अपनी एक ऐसी दुनिया बसाई है
जिसमें एक तरफ खामोशी और दूसरी तरफ तन्हाई है !!
कुछ दिनों से बेज़ार होते जा रहा हूँ मैं
यार बहुत हुआ अब ख़ामोश होने जा रहा हूँ !!
Dard Khamoshi Shayari
जब कोई बाहर से खामोश होता है
तो उसके अंदर बहुत ज्यादा शोर होता हैं !!
तुमसे ज्यादा तुम्हारे ख्यालों ने सताया है
बातों का अफ़सोस नहीं तेरी ख़ामोशी ने रुलाया है !!
गौर से सुनेगा तो एक शोर सुनाई देगा
खामोश जुबां से कुछ और सुनाई देगा !!
हम लबों से कह न पाए उन से हाल-ए-दिल कभी
और वो समझे नहीं ये ख़ामुशी क्या चीज़ है !!
जज्बात कहते हैं, खामोशी से बसर हो जाएँ
दर्द की मर्जी हैं कि दुनिया को खबर हो जाएँ !!
उसकी खामोशी में कुछ बात है, दिल में बहुत आवाज है
बाहर से चुप है वो, पर दिल में छुपी कोई बात है !!
Teri Khamoshi Shayari
किन लफ्जों में लिखूँ मैं अपने इन्तजार को तुम्हें
बेजुबां है इश्क़ मेरा ढूँढता है खामोशी से तुझे !!
एक उम्र ग़ुज़ारी हैं हमने तुम्हारी ख़ामोशी पढते हुए
एक उम्र गुज़ार देंगे तुम्हें महसूस करते हुए !!
वो सुना रहे थे अपनी वफाओं के किस्से
हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए !!
लोगों की परवाह नहीं तेरी ख़ामोशी का डर है
तू ही मेरी दुनिया है तू ही मेरा घर है !!
ये खामोशी की कहानी भी बड़ी बेजुबानी है
हर किसी ने कहाँ इसे खुद से जानी है !!
तेरी खामोशी, अगर तेरी मजबूरी है
तो रहने दे इश्क कौन सा जरूरी है !!
Khamoshi Shayari in English
Main Khamoshi Tere Man Ki, Tu Ankaha Alfaaz Mera
Main Ek Uljha Lamha, Tu Rootha Hua Haalaat Mera.
Lafzon Ka Wazan Usse Poochho
Jisne Utha Rakhi Ho Khamoshi Labon Par.
Dard Itna Hai Ki Rehne Laga Hoon Khamosh
Is Baat Ka Mujhe Nahi Hai Koi Afsos.
Dekh Kar Tasveer Usaki Chehara Ashkon Se Bhar Jaata Hai
Samandar Aankhon Ka Yuhi Khamoshi Se Bah Jaata Hai.
Tu Khush Hai Apni Zindagi Mein
Main Khush Hoon Apni Khamoshi Mein.
Dekh Kar Tasveer Usaki Chehara Ashkon Se Bhar Jaata Hai
Samandar Aankhon Ka Yuhi Khamoshi Se Bah Jaata Hai.